lead acid battery – यह एक सेकण्डरी सेल (द्वितियक सेल ) होता है जो EE इलैक्ट्रिकल एनर्जी को CE केमिकल एनर्जी को मे बदलता है , ओर फिर से CE केमिकल एनर्जी को EE इलैक्ट्रिकल एनर्जी मे बदलता है । यह एक विध्युत रासायनिक क्रिया electrochemical process होती है । इस प्रकार से उत्पन्न करंट DC डीसी प्रकार की होती है ।
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सीसा संचायक सेल की संरचना STRUCTURE OF LEAD ACID CELL
lead acid cell का निर्माण सामान्यतः कठोर रबर के पात्र मे दो प्लेटे लगाकर किया जाता है । ये प्लेटे एसिड मे डूबी रहती है । लेड एसिड सेल के कुछ भाग इस प्रकार है ।
1 पात्र – रबर या कठोर प्लास्टिक के पात्र का प्रयोग सेल के निर्माण के लिए किया जाता है । पात्र ऐसे पदार्थ का बनाया जाता है , जो एसिड की क्रिया से खराब न हो ।
2 सेपरेटर – यह दो प्लेटो को आंतरिक शॉर्ट सर्किट से बचाता है । यह कठोर रबर , लकड़ी या फाइबर का बनाया जाता है ।
3 वेंट प्लग – वेंट प्लग पात्र के ढक्कन मे सेट किए जाते है , ये चार्जिंग के समय गैसों को निकलने का रास्ता प्रदान करता है ।
4 electrolyte –
electrolyte used in lead acid battery
सीसा संचायक सेल मे विध्युत अपघट्य (इलेक्ट्रोलाइट) के रूप मे H2SO4 का उपयोग होता है ।
.सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4) एक मजबूत इलेक्ट्रोलाइट है। पानी में घुलने पर यह आंशिक रूप से H+ (H3O+) और HSO4– में आयनित हो जाता है। बाद वाला आयन कम सांद्रता पर और भी अलग हो जाता है।
तनु सल्फ्यूरिक एसिड सांद्र सल्फ्यूरिक एसिड की तुलना में अधिक मजबूत इलेक्ट्रोलाइट है। जब इसे पानी में मिलाया जाता है, तो यह बड़ी संख्या में हाइड्रोनियम आयन पैदा करता है।
सल्फ्यूरिक एसिड का उपयोग लेड स्टोरेज बैटरियों में इलेक्ट्रोलाइट के रूप में किया जाता है।
लेड एसिड सेल की प्लेटे किसकी बनी होती है ।
लेड एसिड सेल की प्लेटे किसकी बनी होती है- रेड लेड
धनात्मक प्लेटों की संख्या ऋणात्मक प्लेटो से 1 कम होती है।
लेड एसिड सेल की प्लेटें दो अलग पदार्थों से बनी होती हैं। धनात्मक प्लेट पराक्साइड लेड (PbO2) से बनी होती है और ऋणात्मक प्लेट स्पंजी लेड से बनी होती है।
लेड एसिड सेल की कार्यप्रणाली working of lead acid cell
जब सेल को काम मे लिया जाता है तो इलेक्ट्रोलाईट मे इलेक्ट्रॉन के आदान प्रदान की प्रक्रिया होती है जिसे आयनीकरण कहते है – इले.. के ग्रहण करने पर ऋणायन व छोड़ने पर धनायन बनते हैं। यह क्रिया आयनीकरण कहलाती है।
सामान्य अवस्था में दोनो प्लेटे pbso4 (लेंड सल्फेट ) के बने होते हैं, चार्जिंग के दौरान ऋणात्मक प्लेट स्पंजी लेड बन जाती है । ओर धनात्मक प्लेट लेड पराक्साइड बन जाती है। निरावेशन प्रक्रिया के उपरान्त दोनो फिर से pbso4 बन जाते है ।
चार्जिंग के दौरान बेहरी के इलेक्ट्रोलाइट का (sg) विशिष्ट गुरुत्व -lead acid battery
चार्जिंग के दौरान बेहरी के इलेक्ट्रोलाइट का (SG) विशिष्ट गुरुत्व बढ़ता है। → डिस्चार्जिंग के दौरान बेटरी के इलेक्ट्रोलाइट का घटता है॥
चार्जिंग अवस्था | विशिष्ट गुरुत्व | बेटरी वोल्टेज (वोल्ट मे ) |
100% आवेशित | 1.280 | 2.2 |
50 % आवेशित | 1.190 | 2.1 |
0 % आवेशित | 1.120 | 1.5 |
lead acid battery सीसा संचायक सेल – कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न ।
1.लेड एसिड सेल की प्लेटें दो अलग पदार्थों से बनी होती हैं। धनात्मक प्लेट पराक्साइड लेड (PbO2) से बनी होती है और ऋणात्मक प्लेट स्पंजी लेड से बनी होती है।
2. cell को चार्ज करने पर इसका वोल्टेज बढ़ता है ।
3. cell को चार्ज करने पर इसका विशिष्ट गुरुत्व भी बढ़ता है ।
4. cell डिस्चार्ज होने पर इसका वोल्टेज घटता है ।
5. cell डिस्चार्ज होने पर इसका विशिष्ट गुरुत्व भी घटता है ।
6. डिस्चार्जिंग के दौरान इलेक्ट्रोलाइट पतला हो जाता है ।
7. विशिष्ट गुरुत्व का मापन हाइड्रोमीटर से किया जाता है ।
8. हाइड्रोमीटर आर्कमिडीज़ के प्लवन के सिधान्त पर करी करता है ।
9. किसी बेटरी की चार्जिंग अवस्था का अवलोकन करने की 3 विधिया है । A) हाई रेट डिस्चार्ज सेल टैस्टर B) हाइड्रो मीटर C) गेसिंग द्वारा
10. इन तीनों विधियो मे सबसे सटीक विधि हाई रेट डिस्चार्ज सेल टैस्टर मानी जाती है ।
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