निकल आयरन सेल (Nickel Iron Cell) एक प्रकार की बैटरी होती है ,इसे क्षारीय सेल या एडिसन सेल भी कहते है । जिसमें निकल और आयरन का उपयोग किया जाता है। यह एक अपडेटेड प्रणाली है जिसे थोड़ी देखभाल के साथ लंबे समय तक उपयोग किया जा सकता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम निकल आयरन सेल के बारे में विस्तार से जानेंगे और देखेंगे कि यह कैसे बनाया जाता है। ओर इसके क्या उपयोग है ।
निकल आइरन सेल का निर्माण कैसे किया जाता है ।
निकल आइरन सेल का निर्माण एक विशेष प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। पहले निकल के धातु और आयरन के धातु को अलग-अलग रासायनिक पदार्थों के साथ मिश्रित किया जाता है। इसके बाद इस मिश्रण को ऊर्जा द्वारा गर्म किया जाता है ताकि यह पिघल जाए और एक होमोजनियस मिश्रण बन जाए। फिर इस मिश्रण को ठंडा करके उबाला जाता है ताकि इसमें छोटे छोटे गोले बन सकें। ये गोले फिर एक धातुग्राहक पट्टी में बंधे जाते हैं और इसे पूरी तरह से सुखाया जाता है। इसके बाद इन धातुग्राहक पट्टियों को एक धातु तार में बांध दिया जाता है और इसे एक बैटरी की तरह उपयोग किया जा सकता है।
निकेल आयरन सेल (NiFe सेल) एक रिचार्जेबल बैटरी है. इसमें इलेक्ट्रोलाइट के रूप मे पोटेशियम हाइड्रॉक्साइड का उपयोग किया जाता है तथा पॉजिटिव प्लेट्स निकेल हाइड्रॉक्साइड ओर आयरन की नेगेटिव प्लेट्स बनाई जाती है ।
निकल आयरन सेल के उपयोग – Use Of Nickel Iron Cell
निकल आइरन सेल के कई लाभ हैं। पहले तो यह एक अपडेटेड बैटरी है जिसे लंबे समय तक उपयोग किया जा सकता है।
इसका उपयोग विभिन्न उद्योगों में बैकअप ऊर्जा स्रोत के रूप में किया जाता है। इसका उपयोग सोलर पावर प्लांट्स, टेलीकॉम सेंटर, रेलवे सिगनलिंग सिस्टम, और इलेक्ट्रिक वाहनों में भी किया जाता है। इसके अलावा, निकल आइरन सेल पर्यावरण के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि इसमें कोई विषाणु या विषाणुशोषक तत्व शामिल नहीं होते हैं।
प्लेटों को एक-दूसरे से पृथक रखने के लिए कठोर रबड़ के स्ट्रिप का प्रयोग किया जाता है.
निकेल आयरन सेल के फ़ायदे benefits of Nickel Iron Cell
- लंबा जीवनकाल -निकेल आयरन सेल का जीवन लेड एसिड सेल की तुलना मे लंबा होता है ।
- ओवरचार्जिंग और डिस्चार्जिंग के लिए अधिक सहनशील होती है ।
- उच्च तापमान और उच्च कंपन प्रतिरोध होने से अधिक टिकाऊ होती है ।
- सेल को कोई नुकसान पहुंचाए बिना ओवरचार्ज किया जा सकता है, या पूरी तरह से डिस्चार्ज किया जा सकता है।
- लेड-एसिड सेल की तुलना में अधिक यांत्रिक और विद्युत दुरुपयोग को सहन कर सकता है।
निकेल आयरन सेल का जीवन काल कितना होता है । life of Nickel Iron Cell
निकेल आयरन सेल का जीवनकाल लगभग 30 से 100 वर्ष तक होता है. यह अवधि लेड एसिड बैटरी के सामान्य जीवनकाल से कहीं अधिक लंबी है जो लगभग दस वर्ष है।
निकेल आयरन सेल की वोल्टेज रेटिंग कितनी होती है । Voltage Rating Of Nickel Iron Cell
निकेल आयरन सेल वोल्टेज रेटिंग 1.4 V है।
note – यह पोस्ट बनाने मे bard AI की मदद भी ली गई है ।
विनोद कुमार धाकड़ , electricalrojgar.com वेबसाइट पर संपादक की भूमिका मे है । इस वैबसाइट पर इलेक्ट्रिकल ब्रांच ( B. TECH , DIPLOMA , ITI ) के अभ्यर्थियों के लिए STUDY MATERIAL ,ONLINE MOCK TEST , RECRUITMENT INFORMATION अपडेट किए जाते है , उम्मीद करते है आपको इस वैबसाइट से जरूर मदद मिलेगी ।