soldering- सोल्डरिंग के द्वारा किसी जोड़ का स्थायित्व बढ़ जाता हे एवं धारा प्रवाह अधिकतम हो पाता हे। इस पोस्ट मे हम निम्नलिखित बिन्दुओ के बारे मे जानेंगे –
- Soldering
- soldering wire
- सोल्डरिंग विधिया
- soldering iron
- soldering iron kit
- solder paste
- soldering flux
Soldering
दो समान या असमान धातु के तारो को तीसरी धातु की सहायता से उष्मा प्रक्रिया से जोड़ना सोल्डरिंग कहलाता है।
इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए सोल्डरिंग आयरन की सहायता ली जाती है , आजकल बाज़ार मे इलैक्ट्रिक सोल्डरिंग आयरन उपलब्ध है जो तुरंत गरम हो जाते है । इस तीसरी धातु को फिलर धातु कहते हे। एवं इसे ही सोल्डरिंग wire कहते है ।
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सोल्डरिंग करने की विधि
सोल्डरिंग करने के लिए सबसे पहले सोल्डरिंग आयरन को गर्म करें, और फिर सोल्डरिंग आयरन की मदद से जोड़ को गर्म करें, जोड़ गरम होने के बाद उस पर सोल्डरिंग वायर को पिगलाए , फिर जोड़ के ठंडा होने तक इंतजार करें।
>ज्यादातर फिलर धातु टिन व सीसे के मिश्रण से बनाते है।
फिलर धातु का गलनांक कैसे कम किया जाता है।
>फिलर धातु का गलनांक कम करने के लिए मिश्रण में टिन की मात्रा को बढ़ाया जाता हे और सीसे की मात्रा घटाते हे।
>आर्मेचर की वाइंडिंग के सिरों को कम्यूटेटर सेगमेंट पर सोल्डरिंग करके ही जोड़ा जाता हे।
> सोल्डरिंग क्रिया को आसान बनाने के लिए फ्लक्स का प्रयोग करते हे।
सोल्डरिंग विधिया
1 सोडरिंग आयरन द्वारा >
1 सोडरिंग आयरन द्वारा > इस विधि में 65 -125 वाट सोल्डरिंग आयरन का प्रयोग किया जाता हे ।
> सोल्डरिंग आयरन की बिट कॉपर की बनी होती हे।
2 ब्लो लैंप द्वारा >
इसमें एक ब्लो लैंप और सोल्डर रॉड की आवश्यकता होती है।
>इस विधि का प्रयोग बड़े जोड़ो पर सोल्डरिंग करने में किया जाता हे।
3 सोल्डरिंग पात्र और कड़छी द्वारा >
> इस विधि में सोल्डरिंग करते समय जॉइंट के ऊपर गरम गरम फिलर धातु मिश्रण डाला जाता हे।
याद रखने योग्य
स्पेल्टर किसे कहते हैं।
प्लंबर व् अन्य मेटल व्यवसायों में उपयुक्त सोल्डर को स्पेलटर( spelter) कहते है।
>एल्युमिनियम धातु के जोड़ो पर प्रयुक्त सोल्डर-ALCA -P[टिन 70 %+AL 3 %+2 %]
>फ्लक्स के उपयोग से धातुओं की सतह का आक्सीकरण नहीं है।
>फ्लक्स सोल्डर को पिघलाने में भी सहायक होता है।
सोने चांदी को जोड़ने के लिए किस प्रकार के फ्लैक्स का उपयोग किया जाता है।
>सोने ,चांदी को जोड़ने में उपयुक्त फ्लक्स -सुहागा
>ब्रेजिंग में पीतल का टांका लगाया जाता हे।
सामान्य इलेक्ट्रिक कार्यो के लिए किस प्रकार का फ्लक्स उपयोग किया जाता है
>सामान्य इलेक्ट्रिकल कार्यो के लिए प्रयुक्त सोल्डर 66 %तीन+34 %सीसा
> सॉफ्ट सोल्डर की तापमान सीमा 450 डिग्री सेल्सियस तक ओर हार्ड ( कठोर ) सोल्डर की तापमान सीमा 450 – 900 डिग्री सेल्सियस तक होतीं है ।
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विनोद कुमार धाकड़ , electricalrojgar.com वेबसाइट पर संपादक की भूमिका मे है । इस वैबसाइट पर इलेक्ट्रिकल ब्रांच ( B. TECH , DIPLOMA , ITI ) के अभ्यर्थियों के लिए STUDY MATERIAL ,ONLINE MOCK TEST , RECRUITMENT INFORMATION अपडेट किए जाते है , उम्मीद करते है आपको इस वैबसाइट से जरूर मदद मिलेगी ।
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